मंगल केतु एक साथ कुंडली के खानों मैं......
मंगल केतु एक साथ- शेर की नस्ल का कुत्ता- कुत्ते की दहाड़ शेर बराबर!
"मंगल नेकी मैं दो गुना उम्दा, शनि शुक्र जब मिलता हो
वरना मंगल बद किस्मत बनता शेर कुत्ता दो लड़ता हों!"
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औरत की कुंडली में यह युति हो तो सामान्यतः वह 14 साल पर बालिगपन मैं प्रवेश करेगी और संतान उत्पत्ती के लिए यह अच्छी युति होगी।
यही कुंडली मैं अगर चंद्र और शनि भी युति मै हों तो केतु का फल बिगड़ेगा यानि संतान मै बाधा या जोड़ो की बीमारी होगी। पर मंगल का फल नेक ही होगा।
औरत की कुंडली में यह युति हो तो सामान्यतः वह 14 साल पर बालिगपन मैं प्रवेश करेगी और संतान उत्पत्ती के लिए यह अच्छी युति होगी।
यही कुंडली मैं अगर चंद्र और शनि भी युति मै हों तो केतु का फल बिगड़ेगा यानि संतान मै बाधा या जोड़ो की बीमारी होगी। पर मंगल का फल नेक ही होगा।
अगर शुक्र शनि साथ हो तो केतु अच्छा फल देगा।
यह युति (मंगल केतु) अगर नौंवे स्थान पर हो तो जातक के जीवन में 28 वे वर्ष पे परिस्थितियां एकदम से पलटेगी (अच्छी है तो बुरी और बुरी है तो अच्छी)।
अलग अलग घर मैं मंगल केतु की युति के फल....
1. अगर 1,4 या 8 मैं मंगल हो तो मंद फल देगा। काले या कबचितरे कुत्ते की 43 दिन तक सेवा अत्यन्त फल दायीं होगी।
2. अगर यह युति 4, 6 या 10 स्थान पर हो तो 28 से 45 साल तक जातक की हालत बिगड़े फिर भी उसकी हालत का आधार गुरु की स्थिति पर होगा। चंद्र के नीचे नॉट में दिए गए उपाय से स्थिति एकदम काबू में आएगी।
3. शरीर मैं कंपन की बीमारी, कोढ़ या तपेदिक, घर में मर्दो की मौत मंगल केतु की युती का खराब असर दिखाती है।
4. खाना नं 2 मे दोनों का फल उम्दा और अपना अपना।
5. खाना नं 9 में केतु का फल उम्दा अगर नीचे लिखा उपाय हो गया हो।
नॉट : जद्दी मकान की बुनियाद के नीचे बारिश का पानी या शहद खालिस चांदी के बारतन मैं डालकर दबाना उत्तम फल देगा।
#मंगल केतु की युति से पीड़ित आदमी मे अक्सर कम्पन यानि की हाथ या पैर का कम्पन होना पाया जाता है। ऐसे मे उपाय के लिए एस्ट्रोलॉजर से परामर्श करके आगे बढ़ना जरुरी है। यह बिमारी इस उपाय से ठीक हुई पायी गई है।
मंगल केतु एक साथ- शेर की नस्ल का कुत्ता- कुत्ते की दहाड़ शेर बराबर!
Reviewed by Jyotish kirpa
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05:13
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